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Description
Introduction to Computers is an effort made with an interactive and hands on approach to communicate the essential aspects of computers. The book targets children of all ages. Interesting fun characters make the learning a fun process for readers.
Features of the Book:
Assessment Exercises: Each unit of the book contains interesting lesson-end assessment exercise to assess and examine your understanding and grasp over the subject.
Computer Trivia: This part of the book gives an interesting outlook of the vast computer world
and some factual knowledge regarding computers.
Did you know: This portion provides information related to historical aspects of computer
world. Developmental features of computers are also highlighted.
Hands on Activity: Learning is made a fun process through incorporating hands on activity
between lessons.
Let''s dwell: At the lesson end this section deals with more inquisitive information related to the
world of computers and gives you scope of further though process.
More to Learn: This additional feature is an add-on knowledge regarding the text being taught.
Special Feature: It''s an extension to the topic dealt with the lesson.
What is Means? Some special terms in the text are defined systematically for better
understanding.
Introduction to Computers will help children to make computers a handy companion in all real-lif
Sujets
Informations
Publié par | V & S Publishers |
Date de parution | 17 novembre 2012 |
Nombre de lectures | 0 |
EAN13 | 9789352151011 |
Langue | Hindi |
Poids de l'ouvrage | 3 Mo |
Informations légales : prix de location à la page 0,0500€. Cette information est donnée uniquement à titre indicatif conformément à la législation en vigueur.
Extrait
शिखा गुप्ता शिखा नौटियाल
प्रकाशक
F-2/16, अंसारी रोड, दरियागंज, नयी दिल्ली-110002 23240026, 23240027 • फैक्स: 011-23240028 E-mail: info@vspublishers.com • Website: www.vspublishers.com
क्षेत्रीय कार्यालय : हैदराबाद
5-1-707/1, ब्रिज भवन (सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया लेन के पास)
बैंक स्ट्रीट, कोटि, हैदराबाद-500015
040-24737290
E-mail: vspublishershyd@gmail.com
शाखा : मुम्बई
जयवंत इंडस्ट्रियल इस्टेट, 1st फ्लोर, 108-तारदेव रोड
अपोजिट सोबो सेन्ट्रल मुम्बई 400034
022-23510736
E-mail: vspublishersmum@gmail.com
फ़ॉलो करें:
© कॉपीराइट: वी एण्ड एस पब्लिशर्स ISBN 978-93-815888-9-5
डिस्क्लिमर
इस पुस्तक में सटीक समय पर जानकारी उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास किया गया है। पुस्तक में संभावित त्रुटियों के लिए लेखक और प्रकाशक किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नहीं होंगे। पुस्तक में प्रदान की गई पाठ्य सामग्रियों की व्यापकता या संपूर्णता के लिए लेखक या प्रकाशक किसी प्रकार की वारंटी नहीं देते हैं।
पुस्तक में प्रदान की गई सभी सामग्रियों को व्यावसायिक मार्गदर्शन के तहत सरल बनाया गया है। किसी भी प्रकार के उदाहरण या अतिरिक्त जानकारी के स्रोतों के रूप में किसी संगठन या वेबसाइट के उल्लेखों का लेखक प्रकाशक समर्थन नहीं करता है। यह भी संभव है कि पुस्तक के प्रकाशन के दौरान उद्धत वेबसाइट हटा दी गई हो।
इस पुस्तक में उल्लीखित विशेषज्ञ की राय का उपयोग करने का परिणाम लेखक और प्रकाशक के नियंत्रण से हटाकर पाठक की परिस्थितियों और कारकों पर पूरी तरह निर्भर करेगा।
पुस्तक में दिए गए विचारों को आजमाने से पूर्व किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है। पाठक पुस्तक को पढ़ने से उत्पन्न कारकों के लिए पाठक स्वयं पूर्ण रूप से जिम्मेदार समझा जाएगा।
मुद्रक: परम ऑफसेटर्स, ओखला, नयी दिल्ली-110020
प्रकाशकीय
कम्प्यूटर विज्ञान कम्प्यूटर और उनके अनुप्रयोगों के बारे में ज्ञान प्रदान करता है। भौगोलिक, आर्थिक और सामाजिक मानदंडों के बावजूद कम्प्यूटर हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। तकनीकी प्रगति की गति यह जरूरी करती है कि बच्चे खुद लगातार कम्प्यूटर के उपयोग के साथ खुद को परिचित बनायें। इसलिए यह जरूरी है कि जितनी जल्दी हो सके उन्हें प्रयोग और एक आसान माध्यम के आवेदन का पता लगाने के लिए पर्याप्त गुंजाइश के साथ साथ बच्चों को कम्प्यूटर के बारे में बुनियादी ज्ञान दिया जाये।
हालाँकी कई पाठ पुस्तकें व संदर्भ पुस्तकें उच्च पिटा विधालय या कम्प्यूटर पेशेवरों के शिक्षार्थियों के लिए समर्पित है, यह प्रतीत होता है कि प्राथमिक और मध्यम वर्ग के स्कूल शिक्षार्थियों को बिना एक समर्पित पुस्तक के अंधेरे से छोड़ दिया गया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, हम आपको 'इंट्रोडक्शन टू कम्प्यूटर’ प्रस्तुत कर रहे है। प्रयास जिया गया है कि महत्वपूर्ण अवधारणाओं और कार्यो के त्याग के बिना पृष्ठ गिनती कम रखी जाये।
पुस्तक की कुछ विशेषताएँ है:
अभ्यास
कम्प्यूटर विस्तार
क्या आप जानते हैं?
क्रिया-कलाप
अन्य विशेषताएँ
कुछ और जानें
इसका क्या मतलब है?
पुस्तक में कम्प्यूटर के आवश्यक पहलुओं की व तकनीकी शब्दों को सरल भाषा मेँ रुचिपूर्ण ढंग से समझाया गया है। हमें पूर्ण आशा है कि पुस्तक सभी वर्गों के छात्र-छात्राओं के लिए एक मार्गदर्शिका के रूप में सफल होगी।
विषय-सूची
प्रकाशकीय अध्याय–1 प्रोद्योगिकी और कम्प्यूटर (Technology and Computers) अध्याय–2 कम्प्यूटर का इतिहास और पीढियाँ (History and Generations of computers) अध्याय–3 चारों ओर कम्प्यूटर (Computers all Around) अध्याय–4 मेरा कम्प्यूटर (My Computers) अध्याय–5 कम्प्यूटर के साथ शुरुआत (Getting Started With Computer) अध्याय–6 सॅाफ्टवेयर परिचय/ नोटपैड और एमएस पेंट (Software Introduction/ Notepad & MS Paint) अध्याय–7 एमएस विण्डो ऑपरेटिंग सिस्टम की भूमिका (Introduction to MS Windows Operating System) अध्याय–8 एमएस वर्ड का परिचय (Introduction to MS Word) अध्याय–9 इंटरनेट और मल्टीमीडिया (Internet and Multimedia) अध्याय–10 कॅाम्प केअर और आप (Comp Care and You)
सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्या है?
सूचना प्रोद्योगिकी (IT) एक आधुनिक शब्द है जो कि पारंपरिक कम्प्यूटरों और संचार प्रौद्योगिकियों के संयोजन का वर्णन करता है। कम्प्यूटर और संचार के क्षेत्र में क्रांति ने कम्प्यूटर को सूचना प्रोद्योगिकी (IT) का पर्याय बना दिया है।
कम्प्यूटर और आईटी
कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के दो पहलू हैं: कम्प्यूटर योग्यता और कम्प्यूटर का ज्ञान। कम्प्यूटर योग्यता कम्प्यूटर से सम्बन्धित कौशल प्राप्त करने के लिए सन्दर्भित है। यह कौशल आजकल के लिए अनिवार्य उपकरण है। कम्प्यूटर ज्ञान प्रोद्योगिकी की कार्य प्रणाली की गहरी समझ है।
तकनीक ने निश्चित रूप से हमारे रहने का तरीका बदल दिया है। बेशक, प्रोद्योगिकी जीवन के हर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। प्रोद्योगिकी से शिक्षा और उद्योग के भेद में कई गुना सकारात्मक प्रभाव से एक बड़ा परिवर्तन आया है जो कि एक बेहतर बदलाव है।
प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीनतम घटनाएँ
प्रोद्योगिकी का अलग अलग लोगों के लिए अलग अलग मतलब है, और प्रत्येक का अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार कुछ चीजों का एक समूह है। यहाँ अनेक क्षेत्र है जहाँ वह अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप नया गैजेट चुन सकते है और हम उन्हें इस क्षेत्र में सभी विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश करते है।
मोबाइल प्रौद्योगिकी
मोबाइल हम जो सेलफोन उपयोग करते है निश्चित रूप से उन्होंने 1980 के पहले वायरलेस माडलों से लेकर आधुनिक स्वरूप तक आने के लिए एक लम्बी यात्रा तय की है। स्मार्ट फोन आपकी नियमित टेलीफोन सेवाओं के अतिरिक्त कम्प्यूटिंग के अनेक कार्य करता है, और ये मिनी कम्प्यूटर आजकल अत्याधुनिक है। पीसी द्वारा किये जाने वाले सभी कार्य आज अपने सेलफोन पर किये जा सकते है। नवीनतम 3जी (जल्द ही 4जी) वायरलेस नेटवर्क प्रोद्योगिकी का उपयोग करते हुए हम हमारे मोबाइल फोन पर विडियो देख सकते हैं और एक पल में मीडिया फाइल डाउनलोड भी कर सकते है। आजकल बाजार में प्रमुख कम्पनियाँ उन्नत प्रौद्योगिकी पेश कर रही है जैसे-साम्बियन, नोकिया की, रिम की (RIM), ब्लैकबेरी की Android, गूगल की और ios, एप्पल उन्नत तकनीक हैं।
टेलीविजन प्रौद्योगिकी
आज हम सब कूछ HDTV (High Definition Television) पर देखते हैं। यह हमें बहुत अच्छी क्वालिटी की टीवी दृश्यता पेश करते हैं। आज जो फ्लैट रक्रीन टीवी हम बाजार में खरीद सकते हैं वह पॅावर का बहुत कम उपयोग करने के लिए बनाये गये हैं जो अधिक ऊर्जा कुशल हैं। जो कोई अच्छे टेलीविजन को खरीदने की सोचता है तो उसके लिए प्लाज्मा टीवी, LED टीवी,LCD टीवी आदि के रूप में बढ़िया विकल्प हैं। यह टीवी सेट वीडियों गेम खेलने के लिए और होम थियेटर के लिए बेहद उपयुक्त रहतें हैं।
नई टेक्नालॉजी के विकास से हमारे जीवन को सरल बनाने की अपेक्षा की जाती है लेकिन कभी-कभी ऐसा लगता है कि इससे हमारा जीवन जटिल हो गया है। लेकिन प्रोद्योगिकी क महत्त्व की दैनिक जीवन में कम नहीं आँका जा सकता है क्योकि जब भी हम कोई काम करते है तब इसकी जरूरत पड़ती है।छात्रों के लिए कम्प्यूटर का महत्त्व
छात्रों के लिए कम्यूटर का महत्त्व
कम्प्यूटर और इंटरनेट प्रौद्योगिकी ने शिक्षा के क्षेत्र से कान्ति ला दी है। स्कूलों से प्रौद्योगिकी के महत्त्व को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। वास्तव में कम्प्यूटर की शिक्षा के क्षेत्र से शुरुआत, अध्यापक को ज्ञान-समृद्ध और छात्रों को सीखने में मदद करेगी। कम्प्यूटर प्रौद्योगिकी शिक्षा के लिए एक मनोरंजक सामग्री प्रस्तुत करती है और इंटरनेट गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा में योगदान करता है।
कयम्यूटर अन्योन्य क्रियापरक श्रव्य- दृश्य माध्यम के रूप में
एनीमेंशन और प्रस्तुति सॉफ्टवेयर द्वारा विजुअल प्रभाव।
प्रोजेक्टर और स्क्रीन पटल द्वारा सूचनाओं को एक साथ देखने और पढ़ने को सुविधा। यह पाठ्य पुस्तको की तुलना से कम्प्यूटर शिक्षण के मदृत्व को रेखांकित करता है।
ऑनलाइन शिक्षा और दूरस्थ शिक्षा:
ऑनलाहन शिक्षा ने प्रारम्मिक शिक्षा और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम दिया है।
छात्रों का कक्षाओं में उपस्थित होना जरूरी नहीं है।
कई शैक्षणिक संस्थान अपने छात्रों को ऑनलाहन पाठ्यक्रम की सुविधा प्रदान करते है।
अधिकांश स्कूल और कॉलेज ऑनलाइन असाइनमेंट प्रस्तुत करने की सुविधा प्रदान करते है।
छात्र इंटरनेट के माध्यम से अपने होमवर्क और परीक्षण कार्य जमा कर सकते है।
कई विश्वविद्यालय ऑनलाहन शिक्षा कार्यक्रम पेश करते है जहाँ छात्र वेबसाइट पर अपने शिक्षकों के साथ बातचीत कर सकते है, विश्वविद्यालय की वेबसाइट से संदर्भ सामग्री देख सकते है और ऑनलाइन डिग्री ले सकते हैं।
अभ्यास
1. मोबाइल संचार उपकरणों में कौन-सा पद 'व्यापक उपयोग' को व्यक्त करता है।
अ आईटी
ब वायरलेस क्रांति
स पीडीए
द रैम
2. कम्प्यूटर सम्बन्धित कौशल प्राप्त करने के लिए एक कम्प्यूटर संदर्भित है।
अ योग्यता
ब जागरूक
स कनेक्टिविटी
द नेटवर्क
3. ऑनलाइन शिक्षा की विशेषताएँ:
अ .....................
ब ......................
स ......................
द .......................
4. आपकी नियमित टेलीफोन सेवाओँ के अतिरिक्त ............................ और भी अनेक प्रकार के कम्प्यूटिंग कार्य कर सकते है।
5. गेमिंग कंसोल के उदाहरण:
यूनिट परियोजना :
डेस्कटॅाप, लैपटॅाप, नोटबुक, और टैब्लेट के बीच अंतर के आधार पर एक रिपोर्ट बनाओ।
कम्प्यूटर के इतिहास के बारे में मनुष्य द्वारा अतीत में बड़ी संख्याओँ की गणना करने की कोशिशों से जाना जा सकता है। बड़ी संख्याओं की गणनाओं ने अनेक प्रकार की संख्या-पद्धतियों को जन्म दिया जैसे बेबीलोनियन संख्या पद्धति, ग्रीक संख्या पद्धति, रोमन संख्या पद्धति और भारतीय संख्या पद्धति। इन सब से से भारतीय संख्या पद्धति को सार्वभौमिक रूप से स्वीकार किया गया है। यह आधुनिक दशमलव संख्या पद्धति (0,1,2,3,4,5,6,7,8,9,) का आधार है।
अब हम जानेंगे कि कैसे कम्प्यूटर दशमलव प्रणाली के आधार पर गणना को हल करता है लेकिन, आप को जान कर आश्चर्य होगा कि कम्प्यूटर को दशमलव प्रणाली समझ से नहीं आती और प्रगणन के लिए बाइनरी सिस्टम का उपयोग करता है। हम संक्षेप में कम्प्यूटिंग उपकरणों के क्षेत्र में लीक से हटकर अविष्कारों की चर्चा करेंगे।
गणना मशीन
प्रारम्भिक लोगों को बड़ी संख्या की गिनती करने के लिए यान्त्रिक उपकरणों का निर्माण करने से पीढियाँ लग गयी थी।
अबैकस
अबैकस नामक पहला गणना यन्त्र मिस्र और चीनी लोगों द्धारा विकसित किया गया था। शब्द 'अबैकस का मतलब है गणना पटट। इसमें क्षैतिज स्थिति में छडे होती है जिस पर दाने के सेट होते है। इसमें प्रत्येक क्षैतिज पटिट्यों पर दस दाने होते है। क्षैतिज पटटीयाँ इकाइयों, दहाइयों, सैकडों, आदि का प्रतिनिधित्व करती है।
नेपियर बोन्स
अंग्रेजी गणितज्ञ जॉन नेपियर ने 1617 ई में गुणा के उद्देश्य के लिए एक यान्त्रिक उपकरण का निर्माण किया। इस यन्त्र को नेपियर बोन्स के नाम से जाना जाता था।
स्लाइड रुल
अंग्रेज गणितज्ञ एडमंड गंटर ने स्लाइड,रुल विकसित किया है। यह मशीन जोड़, घटाव, गुणन और विभाजन की क्रियाएँ कर सकती थी। इसका व्यापक रूप से इस्तेमाल यूरोप में 16वीं सदी से किया गया था।
पास्कल की जोड और घटाव मशीन
आपने ब्लैस पास्कल का नाम सुना होगा। उन्होंने 19 साल की उम्र में जोड़ने और घटाने वाली एक मशीन विकसित की थी। इस मशीन से पहिये, गियर और सिलेंडर लगे हुए थे।
बैबेज का एनालिटिकल इंजन
वर्ष 1823 में एक प्रसिद्ध अंग्रेज चार्लस बैबेज ने जटिल गणितीय गणनाएँ करने